Blue Ocean Games ने $30 मिलियन का फंड लॉन्च किया है ताकि अगली पीढ़ी के इंडी गेम डेवलपर्स को सपोर्ट किया जा सके, जैसा कि Games Press ने रिपोर्ट किया है।
Blue Ocean Games ने Krafton (PUBG और inZoi के पब्लिशर) के सहयोग से $30 मिलियन का नया वेंचर कैपिटल फंड स्थापित किया है। इस फंड का उद्देश्य अगले तीन वर्षों में लगभग 100 इंडी गेम क्रिएटर्स को एक इनोवेटिव इन्वेस्टमेंट अप्रोच के माध्यम से बढ़ावा देना है।

यह फंड उन होनहार इंडी डेवलपर्स की पहचान और सहायता के लिए बनाया गया है जो पारंपरिक फंडिंग क्राइटेरिया को पूरा नहीं कर पाते, ताकि ऐसे ग्राउंडब्रेकिंग गेमिंग कॉन्सेप्ट्स को साकार किया जा सके जो अन्यथा रिलीज़ ही न हो पाते। Krafton, Inc. ने Blue Ocean Games के इस पहले फंड को सपोर्ट करके इनोवेटिव गेम डेवलपमेंट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।
Blue Ocean Games के फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर डेमियन ली ने कहा, “इंडी गेम इंडस्ट्री में एक स्ट्रक्चरल समस्या है जहां इन्वेस्टर्स की फंडिंग, डेवलपर्स के सपने और प्लेयर्स की मांग के बीच का अंतर बहुत बढ़ गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सिर्फ फंडिंग गैप को भरने की कोशिश नहीं कर रहे, बल्कि पूरे इकोसिस्टम को रीइमेजिन करना चाहते हैं। कम्युनिटी वेलिडेशन और भरोसेमंद फंडिंग के ज़रिए प्लेयर डिमांड को डेवलपर पैशन से जोड़कर, हम ऐसा माहौल बनाना चाहते हैं जहां सभी को म्युचुअल बेनिफिट्स मिलें और ग्रोथ हो। ये सिर्फ विनर्स को चुनने का मामला नहीं है, बल्कि खेलने का मैदान ही बड़ा करना है ताकि ज्यादा विज़न रियलिटी बन सकें।”
SAIL Method
यह फंड SAIL (Structured Agreement for Indie Launch) नामक एक यूनिक इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है, जिसे गेम डेवलपर्स को उनके क्रिएटिव प्रोसेस के शुरुआती स्टेज में सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। SAIL डेवलपर्स को कॉन्सेप्ट स्टेज पर ही फंडिंग प्रदान करता है, जब तक कोई प्लेएबल बिल्ड डेवलप नहीं हुई हो, और यह प्रति डेवलपर $100,000 व प्रति टीम $300,000 तक दो वर्षों में फंडिंग ऑफर करता है।
सब्जेक्टिव माइलस्टोन्स के बजाय, यह एग्रीमेंट ऑब्जेक्टिव और मार्केट-वैलिडेशन बेंचमार्क्स का उपयोग करता है। SAIL मॉडल में एक हाइब्रिड इक्विटी और रेवेन्यू-शेयरिंग स्ट्रक्चर होता है, जो डेवलपर्स की ऑटोनॉमी को इन्वेस्टर्स के रिटर्न के साथ बैलेंस करता है। महत्वपूर्ण रूप से, पूरे प्रोसेस में डेवलपर्स अपनी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी के पूर्ण मालिक बने रहते हैं।
फाइनेंसिंग के अलावा, यह फंड प्रैक्टिकल सपोर्ट भी देगा जैसे कि कंपनी रजिस्ट्रेशन, बुककीपिंग और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से मेंटरशिप। डेवलपर्स को कोहोर्ट्स में बांटा जाएगा, ताकि वे आपस में नॉलेज और रिसोर्सेज शेयर कर सकें। जबकि यह पहला फंड अभी सोलो डेवलपर्स और छोटे, नए फाउंडर टीमों को टारगेट कर रहा है, भविष्य के फंड्स में बड़ी और अनुभवी टीमों को भी सपोर्ट किया जाएगा।