May 20, 2024

Garlic Farming : लहसुन की खेती करे इस तरह से होगा बम्पर फायदा, अपना नुकसान वसूल करने के लिए अपना सकते है ये ट्रिक

Share Post

Garlic Farming : लहसुन को भारत में सभी जगह उपयोग किया जाता है साथ ही ये सब्जी में चार चाँद लगा देता है लहसुन के सब्जी के साथ साथ बीमारियों में भी उपयोग किया जाता है, जानकारों की माने तो लहसुन खाने के हमारे शारीर को अनेक प्रकार के फायदे होते है, लेकिन कुछ समय से लहसुन किसानो को नुकसान दे रहा है लेकिन अब लहसुन की जैविक खेती अब किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प साबित हो रही है जिसके बाद 5 से 6 महीनों में ही बम्पर फायदा मिलता है

लहसुन की जैविक खेती कैसे करें?
Garlic Farming : लहसुन की जैविक खेती करने के लिए सही तरीके से खेत की तैयारी करना महत्वपूर्ण है। खेत में जैविक खाद का प्रयोग करके जमीन की गुणवत्ता को बढ़ावा देना चाहिए। हरी खाद की बुवाई करने से मिट्टी की नमी बनाए रहने में मदद मिलेगी और यह सुखाने पर भी बेहतरीन परिणाम देगी। तैयार खेत में बीजों की बुवाई करते समय अच्छे गुणवत्ता वाले बीज का चयन करें। बीज की बुवाई के बाद उसे ध्यानपूर्वक पानी दें ताकि अच्छे से उग सके।

जैविक उत्पादन के लिए खाद का इस्तेमाल
Garlic Farming : लहसुन की जैविक खेती में उत्पादन को बढ़ाने के लिए उचित खाद का प्रयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पशुओं के मल-मूत्र और कूड़े की खाद का इस्तेमाल करके खेत को पोषण देना चाहिए। जीवामृत और कम्पोस्ट खाद से भी जमीन की गुणवत्ता में सुधार होगा और पैदावार में वृद्धि होगी।

लहसुन की जैविक खेती से होगा बहुत अधिक मुनाफा
Garlic Farming : जैविक तरीके से की गई लहसुन की खेती से किसान बंपर मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी उचित देखभाल के साथ उपज बेहद उत्तम हो सकती है, जिससे उन्हें बाजार में अच्छी मूल्य मिल सके।लहसुन की जैविक खेती से बंपर मुनाफा कमाने का एक शानदार तरीका हो सकता है। सही खेती तकनीकों और खाद के प्रयोग से पैदावार में वृद्धि हो सकती है, जो किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान कर सकती है। इसके साथ ही, जैविक उत्पादन से आपके खाद्य विकल्प भी स्वास्थ्यपूर्ण बन सकते हैं।

 

Gold price today :- रक्षाबंधन के इस त्योहार पर सोना हुआ सस्ता जानिए आज का ताजा भाव

 

Mandsaur mandi में सोयाबीन और लहसुन के भाव में जमकर उतार-चढ़ाव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *