May 20, 2024

Ashwgandha Farming :- ये फसल गरीब किसान को भी बना सकती है लखपति, लागत से 10 गुना अधिक होगा मुनाफा, जानिके खेती करने का आसान तारीखा

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Ashwgandha Farming :- देश मैं अधिक अश्वगंधा की खेती राजस्थान मध्य प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब गुजरात उत्तर प्रदेश के साथ हिमाचल प्रदेश में होती है भाई किसान परंपरिक खेती से दूसरी तरह की खेती करना चाहते हैं जो उन्हें अधिक फायदा दे ऐसे में आज हम आपको अच्छा मुनाफा देने वाली कष्ट फसल के बारे में बताएंगे और बता दें कि यह फसल कोई आम पसंद नहीं है बल्कि एक औषधीय पौधा है जिसकी बाजार में बहुत अधिक मांग है और बता दें कि इस पौधे का हर हिस्सा किसी ने किसी कार्य में आता है वही जड़ तक बाजार में बहुत अच्छे दामों पर बिकती है हम बात कर रहे हैं अश्वगंधा के पौधे के बारे में जिससे बाजारों में अधिक दामों पर बेचा जा रहा है साथ ही यह इम्यूनिटी बूस्ट करने के काम में भी आता है यह जानते इसके बारे में संपूर्ण जानकारी

अश्वगंधा की खेती कैसे करें
Ashwgandha Farming :- अश्वगंधा की खेती कभी एवं खरीफ सीजन में की जा सकती है बता दें कि खरीफ सीजन में मानसून के बारिश के बाद अश्वगंधा रुपए करके अच्छा अनुकरण किया जाता है वहीं कृषि कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून की बारिश के दौरान पौधे की तैयारी कर लेनी चाहिए और अगस्त या सितंबर के बीच में खेत तैयार करना बेहद फायदेमंद है साथ ही खेत में जल निकासी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि अधिक पानी होने से पौधा खराब भी हो सकता है

Ashwgandha Farming :- जैविक विधि से खेती करने के लिए मिट्टी में पोषण और अच्छी नन्ही होनी चाहिए जिससे फसल में अच्छा उत्पादन मिलता है प्रति हेक्टर में 4 से 5 किलो अश्वगंधा के बीच होते हैं वही रोपाई में सिंचाई और देखभाल के बाद 5 से 6 महीने में अश्वगंधा की फसल पूरी तरह तैयार हो जाती है अगर अनुमान लगाया जाए तो 1 हेक्टर जमीन में अश्वगंधा की खेती करने में लगभग ₹10000 का खर्चा आता है लेकिन इसकी बिक्री के बाद किसान को 70 से ₹80000 तक की कमाई हो सकती है

इन जगहों पर होती है अधिक अश्वगंधा की खेती
Ashwgandha Farming :- अश्वगंधा की खेती करने के लिए अच्छा चल निकाल सोना जरूरी है साथी हल्की लाल मिट्टी भी इसके लिए बहुत फायदेमंद होती है और अश्वगंधा की खेती मुख्य रूप से राजस्थान मध्य प्रदेश महाराष्ट्र पंजाब गुजरात उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के किसान करते हैं मध्यप्रदेश और राजस्थान अश्वगंधा के उत्पादन के नाम से जाने जाते हैं जिसमें नीमच, मनासा जावरा मानपुरा मंदसौर शामिल है वहीं राजस्थान में नागौर और कोटा में अश्वगंधा की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है

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