Lahsun bhav लहसून के भाव ने मार्केट में मचाया भोकाल भाव पहुंचे सातवे आसमान पार टमाटर के बाद अब अदरक-लहसुन ने घर के बजट को बड़ा झटका दिया है। अदरक की कीमतें अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ने के साथ 400 रुपये किलो पर पहुंच गई है। वहीं लहसुन के भाव भी आसमान छू रहे हैं। लहसुन वर्ष 2022 में 10 रुपये किलो बिका था इस बार वही लहसुन 200 रुपये किलो तक पहुंच गया है। ऐसे में अब टमाटर के बाद अदरक-लहसुन ने लोगों को रुलाना शुरू कर दिया है।
जनपद के खुले बाजारों में अब एक किलो अदरक 300 से 400 रुपये तक बिक रहा है। जो थोड़ा बढ़िया है वह 400 रुपये जबकि अन्य 300 से 350 रुपये किलो तक बिक रहा है। मंडी के व्यापारियों के मुताबिक अदरक का 60 किलो का बैग जो गत वर्ष दो हजार से तीन हजार रुपये की कीमत पर बेचा जाता था, अब 10 हजार रुपये की कीमत को भी पार कर गया है। आश्चर्य यह कि अदरक के नए स्टाक को भी बाजार में उच्च कीमत मिल रही है। नवीन मंडी के सचिव धीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि कम उत्पादन व मांग में बढ़ोतरी के चलते लहसुन के रेट में ज्यादा वृद्धि देखी जा रही है।
आम इंसान का सिकुड़ गया टोकरी का आकार
बता दे की फुटकर में सब्जी बेचने वाले अनुज सोनकर बताते हैं कि तीन माह पूर्व तक वह अलग-अलग बड़ी टोकरियों में सब्जियां लेकर निकलते थे और बिक भी जाता था। हालांकि वर्तमान में हालत यह हो गई है कि टोकरी अब छोटी कर दी गई है। कभी लहसुन 50 किलो की बोरी ठेले पर लेकर निकलते थे अब सिर्फ एक-दो किलो ही लेकर निकल रहे हैं क्योंकि इसके खरीदार अब मुंह मोड़ने लगे हैं। वहीं हाल अदरक का है। 50 रुपये में थोड़ा सा अदरक देने पर लोगों के चेहरे का भाव ही उतर जा रहा है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान से पहुंच रहा लहसुन–
जनपद के मंडी में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान से आए लहसुन पहुंच रहा है जिसे व्यापारी प्रयागराज और वाराणसी के मंडियों से यहां ला रहे हैं। इसके अलावा बलुआ सागर, झांसी से अदरक मंगाया जा रहा है लेकिन अब भी रेट को नियंत्रित नहीं किया जा सका है। जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम के मुताबिक जनपद में करीब 100 हेक्टेयर में लहसुन का उत्पादन किया गया था, लेकिन वह भी नाकाफी साबित हुआ खबर को शेयर करें।