May 12, 2024

Kisan News : गेहू की फसल के लिए बढ़ता तापमान है नुकसान दायक, गेहू के बचाव के लिए किसान करे ये काम

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नमस्कार किसान भाइयो आज हम इस लेख के माध्यम से गेहू की फसल के बारे में बात करने वाले है साथ ही बता दे अगर अधिक तापमान बढ़ तो गेहू की फसल को काफी नुकसान हो सकता है वही कम तापमान गेहू के लिए फायदेमंद होने वाली है और फसल भी अच्छी होती है यहाँ देखिये की गेहू की फसल को नुकसान होने से कैसे बचाए

गेहू की फसल में नुकसान होने से बचाए
कुछ समय पहले ठण्ड चल रही थी जिससे किसानो का कहना है ठंड के चलते गेहूं की फसल को अच्छा फायदा मिलने वाला है साथ ही पैदावार भी अच्छी होती है लेकिन कुछ समय से मौसम के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है ।

अचानक से मौसम में परिवर्तन आने के कारण गेहू की फसल में नुकसान हो सकता है अधिक तापमान के कारण चने की फसल को भी काफी नुकसान होता है कुछ दिनों पहले ठण्ड चल रही थी लेकिन अभी अचानक गर्मी आई है जिससे गेहू की फसल को भी काफी नुकसान देखने को मिल रहा है ।

गेहू की फसल के लिए अधिक तापमान नुकसान दयाक होते है अप्रैल महीने तथा जून में गरमी बढ़ रही है गेहूं की फसल को चाहिए कि मौसम ठंडा रहे और ठंडा मौसम में गेहूं की फसल काफी अधिक विकसित होती है और पैदावार भी अच्छी निकलती है।

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गेहूं की फ़सल में ज्यादा तापमान से क्या होता है नुकसान
किसान साथियों बढ़ते तापमान के कारण फसल में विकास काम होता है। इसलिए गेहूं की फसल को तापमान के कारण नुकसान ना हो इसके उपाय करना जरूरी है। क्योंकि अगर बाढ़ के तापमान का उपाय नहीं किया गया तो गेहूं की फसल में बन रही फलिया कमजोर हो सकती है जिसके कारण पैदावार में नुकसान दर्ज हो सकता है।

ज्यादा तापमान से गेहूं की लंबाई पर पड़ता है प्रभाव
कृषि एक्सपर्ट के अनुसार बताया गया है कि ज्यादा तापमान बढ़ने के कारण गेहूं की लंबाई में काफी असर देखने को मिल सकता है। क्योंकि अधिक तापमान होने के कारण गेहूं की फसल बडवार नहीं कर पाती और हाइट कम रह जाती है। इसके साथ-साथ अधिक तापमान होने के कारण गेहूं की फसल में पकाव जल्दी आता है। फसल को पूरा समय नहीं मिलने के कारण पैदावार में कमी आती है।

ज्यादा तापमान से गेहूं बालियों पर प्रभाव
अधिक तापमान होने के कारण गेहूं के बोलियो पर भी प्रभाव देखने को मिलता है। क्योंकि गेहूं के बालियों में अधिक तापमान के चलते दाना ठीक से नहीं बन पाता। ज्यादा तापमान के कारण पुष्पम क्रिया जल्द हो जाती है। जिसके कारण गेहूं की बालियों में दाने ठीक से नहीं बनते। एकदम से तापमान बढ़ जाने के कारण वालियों में बनने वाले दाने का विकास अच्छी तरह से नहीं हो पाता है। जिसके कारण दाना कमजोर रह जाता है।

 

बढ़ते तापमान से गेहूं को बचाने के करें उपाय
अधिक तापमान बढ़ने के कारण गेहूं की फसल में हो रहे नुकसान को ठीक करने या बचाने के लिए किसानों को बढ़ते तापमान का उपाय जरूर करना चाहिए। जिससे कि गेहूं की अच्छी पैदावार हो सके और पौधे की विकास क्रिया अच्छे से चलती रहे।

दाना भाव तथा दान निर्माण के समय अधिक तापमान बढ़ने से बचाने के लिए 15 ग्राम 100 लीटर पानी में सिलीसीक अमल मिलाकर फोलियर स्प्रे छिड़काव करें। इसका पहला छिड़काव आपको झंडा अवश्ति में करना चाहिए वहीं दूसरा छिड़काव दूधिया अवस्था के समय करना चाहिए।

 

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अगर ज्यादा तापमान बढ़ रहा है तो उसे समय गेहूं की फसल को हल्का पानी देकर भी बढ़ते हुए तापमान को रोकने में मदद मिल सकती है। इसके साथ अगर आप म्यूरेट ऑफ पोटास 0.2% या पोटास नाइट्रेट 0.2% का छिड़काव करके भी ज्यादा तापमान से बचाने में मदद मिलती है।

100 लीटर पानी में एस्कार्बिक अम्ल 10 ग्राम डाल कर स्प्रे करते हैं। तो इससे भी अच्छा लाभ मिलता है। ज्यादा बड़े हुए तापमान का असर गेहूं की फसल पर नहीं पड़ेगा।

अगर आपने गेहूं की फसल के पछेती बिजाई कर रखी है तो उसमें पोटेशियम नाइट्रेट 13:0:45 का और चिल्टेड जिंक व चिल्टेड मेगनिश्यम का उपयोग कर सकते हैं। इसका छिड़काव करने से अच्छा लाभ मिलेगा।

ज्यादा तापमान बढ़ने के कारण अगर आपकी फसल में झूलसा रोग आया है। क्योंकि ज्यादा तापमान से गेहूं की फसल में झुलसा रोग आने की संभावना बढ़ जाती है। किस रोग से फसल को बचाने के लिए प्रॉपिकोनाजोल 1 मिली लीटर मात्रा के अनुसार प्रति लीटर पाणी में मिला लें। 10 दिन से 12 दिन के अंतराल के बाद इसकी दो बार छिड़काव कर देना चाहिए।

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