May 12, 2024

Wheat MSP Rate : किसानो के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य से जुडी बड़ी खबर, इस राज्य के किसानो को सरकार देगी बोनस, पढ़े पूरी खबर

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Wheat MSP Rate : राजस्थान में गेहूं की खरीदी के लिए न्यूनतम एवं समर्थन मूल्य की प्रक्रिया चल रही है गेहूं की खरीदी के लिए जियन की प्रक्रिया चल रही यह पंजीयन करने की प्रक्रिया 1 मार्च तक चलेगी राजस्थान की सरकार ने

Wheat MSP Rate : पंजीयन से पूर्व गेहूं के समर्थन मूल्य मैं 125 रुपए का बोनस दिए जाने का ऐलान कर दिया गया है यानी राजस्थान सरकार मैं गेहूं का समर्थन मूल्य₹2400 प्रति क्विंटल रहेगा, मूल्य को लेकर अभी भी सरकारी रुख साफ नहीं हुआ है। इसी के साथ गेहूं विक्रय हेतु पंजीयन प्रक्रिया में भी किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़

Wheat MSP Rate : पिछले वर्ष गेहूं का भाव 2125 प्रति रुपए कुंतल था इसमें बढ़ोतरी करने के लिए केंद्र सरकार केंद्रीय समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। इसके पश्चात मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों ही प्रमुख दलों ने गेहूं के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की घोषणा की थी

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Wheat MSP Rate : बीजेपी सरकार ने गेहूं के भाव₹2700 प्रति क्विंटल करने की घोषणा की है मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी सरकारकी बंपर जीत के पश्चात किसानों को इस बात की आशा जगी थी कि गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ जाएगा, किंतु अब तक सरकारी आदेश नहीं जारी हो पाया है।

Wheat MSP Rate : हालांकि मैं राजस्थान सरकार ने गेहूं का भाव में 125 रुपए बोनस देने की घोषणा भी की गई है हालांकि सारे आदेश जारी हो चुके हैं राजस्थान में किसानों को सरकारी खरीद पर गेहूं तुलवाने पर भाव 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे

बोनस दिए जाने की घोषणा एमपी में भी होगी
Wheat MSP Rate : 2014 में केंद्र ने प्रबंध लगा दिया गया था राजस्थान सरकार किसी भी उपज पर से अलग से बोनस घोषित नहीं कर सकतीहालांकि राजस्थान सरकार के ताजा रुख और चुनावी मौसम में मप्र व अन्य प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में भी सरकार बोनस घोषित कर दे तो हैरानी नहीं होना चाहिए। यही कारण है कि राजस्थान सरकार ने गेहूं खरीदी पर सवा सौ रुपये के बोनस की घोषणा कर दी है। इसी के साथ केंद्रीय समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर किसानों को सरकारी खरीद में माल तुलवाने पर भाव 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे।

गेहूं की खरीदी लगातार काम हो रही
Wheat MSP Rate : हम आपको बता दें कि मप्र में 5 सालों से बोनस नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में समर्थन दर मार्केट रेट से कम है और यही वजह है कि साल दर साल सरकारी खरीदी घट रही है। जहां किसानों के पंजीयन 25 से 30 हजार से अधिक होते हैं वहीं जब एमएसपी पर उपज बेचने की बात आती है तो 50 फीसदी किसान मंडी का रुख करते हैं, क्योंकि वहां भाव अधिक मिलते हैं।

Wheat MSP Rate : पिछले साल समर्थन खरीदी 2125 रुपए प्रति क्विंटल थी। इस बार केंद्र सरकार ने साल 2024-25 के लिए 2275 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया है। जो पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 150 रुपए अधिक है। हर साल एमएसपी की राशि 125 से 150 रुपए ही बढ़ रही है, जबकि इसके उलट किसानों के गेहूं मंडी में 2500 से 3300 रुपए भाव पर खरीदे जा रहे हैं। इस कारण सरकारी खरीदी हर साल प्रभावित हो रही है। 5 साल में सर्वाधिक खरीदी कोरोनाकाल के समय साल 2020-21 में हुई थी। इसके बाद से लगातार गिरावट जारी है।

किसानों की यह है मांग
Wheat MSP Rate : किसानों का कहना है कि MSP news गेहूं की खरीदी की न्यूनतम एमएसपी 2700 रुपए होना चाहिए। ताकि अगर गेहूं की गुणवत्ता का आंकलन नहीं भी किया जाए तो किसानों को नुकसान ना हो। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी सिर्फ पंजीयन हो रहे हैं और एमएसपी 2275 रुपए तय है। बोनस संबंधी कोई आदेश व जानकारी नहीं आई है।

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